परिजन बोले- अगर पुलिस ने बात मान ली होती तो मेरी बिटिया की लाज बच सकती थी

परिजन बोले- अगर पुलिस ने बात मान ली होती तो मेरी बिटिया की लाज बच सकती थी


बलरामपुर / मंदिर से लौट रही एक बालिका को तीन युवकों ने अगवा कर गैंग रेप किया। मां का आरोप है कि पता चलते ही गांव की सरपंच को लेकर वह थाने पहुंची लेकिन पुलिस ने उनकी मदद करने की बजाय उन्हें थाने से डांट फटकार कर भगा दिया। दूसरे दिन बेटी जब घर लौटी तो पता चला कि उसके साथ गैंग रेप हुआ है।


बेटी को लेकर थाने पहुंचे लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। बेटी की हालत बिगड़ रही थी। उसे अस्पताल ले गए जहां उसका इलाज चल रहा है। विधायक को फोन कर घटना की जानकारी दी तब जाकर पुलिस हरकत में आई और मामला दर्ज हुआ। पीड़िता की मां कहना है कि पुलिस ने रात में तलाशने का प्रयास किया होता तो बेटी की लाज बच जाती। सरपंच का कहना है कि पुलिस ने थाने में उनके साथ बदसलूकी की। परिजन का कहना है कि बेटी को अगवा होने की उसकी सहेली से पता चलते ही थाने में सूचना दी गई, लेकिन पुलिस ने उसे तलाशने की काेशिश नहीं की। सुबह बेटी जब घर पहुंची तो पता चला कि उसके साथ युवकों ने गैंग रेप किया है।


दूसरे दिन विधायक बृहस्पति सिंह के हस्तक्षेप के बाद पुलिस हरकत में आई और अपराध दर्ज किया मामले में एक आरोपी दहेजवार निवासी पिंटू ठाकुर पिता मोहन ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं दो आरोपी कुलदीप भुंइहर व एक अन्य अभी भी फरार है। तीनों आरोपी बलरामपुर थाना क्षेत्र के दहेजवार गांव के रहने वाले हैं। घटना 19 फरवरी की रात की है। आरोपियों के हवस का शिकार हुई बालिका कक्षा आठवीं की छात्रा है। बुधवार की शाम वह अपने एक सहेली के साथ टांगडमहरी स्थित शिव मंदिर गई थी। शिवरात्रि के अवसर पर वहां कई दिनों से प्रवचन चल रहा है। बालिका प्रवचन सुनने के बाद वापस लौट रही थी तभी आरोपियों ने सुनसान का फायदा उठाकर उसे अगवा कर लिया। बालिका के साथ उसकी सहेली को भी आरोपियों ने अगवा करने का प्रयास किया था, लेकिन वह आरोपियों के पकड़ते ही दांत से काटकर वहां से भाग गई। पुलिस ने मामले में तीनों आरोपियों पर धारा 363, 366, 376, 342, 506 पास्को एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया है।


विधायक, बोले- अपनी ही सरकार में घुटन महसूस कर रहा हूं


विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की बजाय पीड़िता और उसकी मां से बार-बार यही सवाल कर रही थी कि तुमने रेप करते देखा है। बाद में उन्हें थाने से वापस दबाव बनाकर घर भेज दिया गया। परिजन बालिका को अस्पताल ले गए। सूचना पर एसपी आरोपियों के एक सहयोगी के साथ उसे देखने पहुंचे थे। परिजनों ने मुझे फोन कर बताया कि पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। मैंने एसपी और टीआई को फोन किया तब भी मामला दर्ज नहीं हुआ। बाद में मैंने डीजीपी को आठ बार फोन लगाया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था। एक आरोपी को ही गिरफ्तार किया गया है जबकि दो आरोपियों को भगा दिया गया है। अपने ही दल की सरकार में घुटन महसूस कर रहा हूं।


परिजन का आरोप, शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं की


परिजनों का कहना है कि बेटी को अगवा कर लिए जाने का उसकी सहेली से रात में ही सूचना मिल गई थी। सहेली जब घर पहुंची तो वह काफी डरी हुई थी। पता चलते ही हम लोगों ने थाने में जाकर इसकी शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। दूसरे दिन बेटी घर पहुंची।


तत्काल मुलाहिजा कराकर दर्ज किया गया अपराध: टीआई
बलरामपुर थाना प्रभारी उमेश बघेल ने कहा कि पीड़िता की मां ने दूसरे दिन थाने में घटना की सूचना दी। इस पर तत्काल मुलाहिजा कराकर एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपियों की तलाश की जा रही है। विधायक उन पर आरोपियों को बचाने और कार्रवाई नहीं करने का झूठा आरोप लगा रहे हैं।