सुकमा. छत्तीसगढ़ के सुकमा में मंगलवार शाम सुरक्षाबलों और नक्सलियों की मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया। जबकि एक जवान घायल है। घायल जवान का उपचार रायपुर स्थित अस्पताल में चल रहा है। सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के जवान नक्सलियों की मौजूद होने की सूचना पर सर्चिंग के लिए निकले थे। इसी दौरान घात लगाए नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। एसपी शलभ सिन्हा ने एन्काउंटर की पुष्टि की है। घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर लाया गया था रायपुर जानकारी के मुताबिक, किस्टाराम क्षेत्र में नक्सलियाें के मौजूद होने की सूचना मिली थी। इस पर पालोड़ी कैंप में तैनात सीआरपीएफ की कोबरा 208 बटालियन के जवानों को मंगलवार अपराह्न करीब 3.30 बजे सर्चिंग के लिए रवाना किया गया। कैंप से करीब दो किमी घात लगाए नक्सलियों ने शाम करीब 4.30 बजे अचानक हमला कर दिया। इस पर जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। हालांकि इससे पहले ही जवान इंद्रजीत सिंह ओर कनई मांझी गंभीर रूप से घायल हो गए। करीब 15-20 मिनट चली मुठभेड़ के बाद नक्सली वहां से भाग निकले। इसके बाद जवानों को किस्टाराम कैंप लाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें शाम करीब 6.30 बजे एयरलिफ्ट कर रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि उपचार के दौरान कनई मांझी की मौत हो गई। कनई पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के रहने वाले थे और सीआरपीएफ में कांस्टेबल थे। जबकि दूसरे जवान इंद्रजीत अभी अस्पताल में भर्ती हैं। बड़े ऑपरेशन की थी तैयारी केड़वाल और उसके आसपास इलाके में नक्सलियों के बड़े मूवमेंट की सूचना थी। इसके बाद पुलिस ने सीआरपीएफ और कोबरा के साथ मिलकर मंगलवार को बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया था। अलग-अलग थाना क्षेत्र व कैंप से फोर्स की गई टुकड़ियां रवाना की गई थी। पालोड़ी कैंप से कोबरा 208 बटालियन के जवानों की टुकड़ी रवाना होने के एक घंटे बाद ही नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। एसपी शलभ सिन्हा ने ज्यादा जानकारी देने से फिलहाल मना कर दिया है।

सुकमा. छत्तीसगढ़ के सुकमा में मंगलवार शाम सुरक्षाबलों और नक्सलियों की मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया। जबकि एक जवान घायल है। घायल जवान का उपचार रायपुर स्थित अस्पताल में चल रहा है। सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के जवान नक्सलियों की मौजूद होने की सूचना पर सर्चिंग के लिए निकले थे। इसी दौरान घात लगाए नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। एसपी शलभ सिन्हा ने एन्काउंटर की पुष्टि की है। 



घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर लाया गया था रायपुर
जानकारी के मुताबिक, किस्टाराम क्षेत्र में नक्सलियाें के मौजूद होने की सूचना मिली थी। इस पर पालोड़ी कैंप में तैनात सीआरपीएफ की कोबरा 208 बटालियन के जवानों को मंगलवार अपराह्न करीब 3.30 बजे सर्चिंग के लिए रवाना किया गया। कैंप से करीब दो किमी घात लगाए नक्सलियों ने शाम करीब 4.30 बजे अचानक हमला कर दिया। इस पर जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। हालांकि इससे पहले ही जवान इंद्रजीत सिंह ओर कनई  मांझी गंभीर रूप से घायल हो गए। 



करीब 15-20 मिनट चली मुठभेड़ के बाद नक्सली वहां से भाग निकले। इसके बाद जवानों को किस्टाराम कैंप लाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें शाम करीब 6.30 बजे एयरलिफ्ट कर रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि उपचार के दौरान कनई मांझी की मौत हो गई। कनई पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के रहने वाले थे और सीआरपीएफ में कांस्टेबल थे। जबकि दूसरे जवान इंद्रजीत अभी अस्पताल में भर्ती हैं। 



बड़े ऑपरेशन की थी तैयारी 
केड़वाल और उसके आसपास इलाके में नक्सलियों के बड़े मूवमेंट की सूचना थी। इसके बाद पुलिस ने सीआरपीएफ और कोबरा के साथ मिलकर मंगलवार को बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया था। अलग-अलग थाना क्षेत्र व कैंप से फोर्स की गई टुकड़ियां रवाना की गई थी। पालोड़ी कैंप से कोबरा 208 बटालियन के जवानों की टुकड़ी रवाना होने के एक घंटे बाद ही नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। एसपी शलभ सिन्हा ने ज्यादा जानकारी देने से फिलहाल मना कर दिया है। 


सुकमा / छत्तीसगढ़ के सुकमा में मंगलवार शाम सुरक्षाबलों और नक्सलियों की मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया। जबकि एक जवान घायल है। घायल जवान का उपचार रायपुर स्थित अस्पताल में चल रहा है। सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के जवान नक्सलियों की मौजूद होने की सूचना पर सर्चिंग के लिए निकले थे। इसी दौरान घात लगाए नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। एसपी शलभ सिन्हा ने एन्काउंटर की पुष्टि की है। 


घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर लाया गया था रायपुर
जानकारी के मुताबिक, किस्टाराम क्षेत्र में नक्सलियाें के मौजूद होने की सूचना मिली थी। इस पर पालोड़ी कैंप में तैनात सीआरपीएफ की कोबरा 208 बटालियन के जवानों को मंगलवार अपराह्न करीब 3.30 बजे सर्चिंग के लिए रवाना किया गया। कैंप से करीब दो किमी घात लगाए नक्सलियों ने शाम करीब 4.30 बजे अचानक हमला कर दिया। इस पर जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। हालांकि इससे पहले ही जवान इंद्रजीत सिंह ओर कनई  मांझी गंभीर रूप से घायल हो गए। 


करीब 15-20 मिनट चली मुठभेड़ के बाद नक्सली वहां से भाग निकले। इसके बाद जवानों को किस्टाराम कैंप लाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें शाम करीब 6.30 बजे एयरलिफ्ट कर रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि उपचार के दौरान कनई मांझी की मौत हो गई। कनई पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के रहने वाले थे और सीआरपीएफ में कांस्टेबल थे। जबकि दूसरे जवान इंद्रजीत अभी अस्पताल में भर्ती हैं। 


बड़े ऑपरेशन की थी तैयारी 
केड़वाल और उसके आसपास इलाके में नक्सलियों के बड़े मूवमेंट की सूचना थी। इसके बाद पुलिस ने सीआरपीएफ और कोबरा के साथ मिलकर मंगलवार को बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया था। अलग-अलग थाना क्षेत्र व कैंप से फोर्स की गई टुकड़ियां रवाना की गई थी। पालोड़ी कैंप से कोबरा 208 बटालियन के जवानों की टुकड़ी रवाना होने के एक घंटे बाद ही नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। एसपी शलभ सिन्हा ने ज्यादा जानकारी देने से फिलहाल मना कर दिया है।